मुझको कोई गीत नया सुना जा मुझको कोई गीत नया सुना जा
हमने तो यही सुना है हमने तो यही सुना है
काश! वो दिन लौट के आ जाएं, कि हम थोड़ा पल बिता पाएं। काश! वो दिन लौट के आ जाएं, कि हम थोड़ा पल बिता पाएं।
ये आज की है बात कल न की जाए जो रंजो-ओ-गम फैलाएं आज ही जाए आने वाले है नए लोग कल की ये आज की है बात कल न की जाए जो रंजो-ओ-गम फैलाएं आज ही जाए आने वाले है ...
कोई धर्म यूं चलाया जाए हर धर्म जिसमें मिलाया जाए। मिट जाएं नफरत की खाइयां ऐसी मुहि कोई धर्म यूं चलाया जाए हर धर्म जिसमें मिलाया जाए। मिट जाएं नफरत की खाइ...
महक उठता घर आंगन और खलिहान। महक उठता घर आंगन और खलिहान।